Posts

सार्वजनिक भाषण युक्तियाँ (Public Speaking Tips)

Image
किसी भी पब्लिक स्पीच में उन लोगों को जानकारी पहुंचाना शामिल है, जो एक या दूसरे तरीके से, कुछ जानकारी प्राप्त करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह एक महत्वपूर्ण कारण है कि आपको सावधान रहना चाहिए क्योंकि आप भाषण देने की तैयारी करते हैं और जैसा कि आप अपने दर्शकों से मिलने की योजना बनाते हैं। कुछ लोग सार्वजनिक भाषणों में और दर्शकों से पूरी तरह से सामान्य होते है, आप राजनेताओं या एक अच्छे कॉलेज के प्रोफेसर के बारे में सोच सकते हैं, जिनके साथ आपने कुछ कक्षाएं ली हैं, इस मामले का तथ्य यह है कि अधिकांश लोग भाषण देने में अच्छे नहीं होते है और अधिकांश लोग भाषण देने में भयभीत होते हैं। इससे आपको किसी भी तरह से हतोत्साहित नहीं होना चाहिए।  यदि आप एक स्थान पर हैं कि आप एक भाषण देने जा रहे हैं, तो आप शायद अपने जीवन में एक मंच पर पहुंचे, आपके विचार अन्य लोगों के लिए कुछ करने के लायक हैं, इसका मतलब है कि सिद्धांत रूप में, लोग आपके साथ में आना चाहते हैं और वे आपकी किसी विशेष क्षेत्र में प्रतिभा या कौशल कि सराहना करते हैं, जो लोग आपको सुनेंगे, उनके पास आपसे सीखने के लिए कुछ है। लेकिन आप इन लोगों के बारे...

ऋषिकेश के पांच सबसे प्रसिद्ध स्थानों का इतिहास, जिनके बारे में आप शायद ही जानते हो

Image
ऋषिकेश - उत्तराखंड के देहरादून जिले में बसा एक शहर है। हिमालय के प्रवेश द्वार के रूप में विख्यात ऋषिकेश अपने शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। ये वो स्थान है जहा गंगा नदी पर्वतमालाओ को छोड़ कर समतल धरातल में बहना प्रारम्भ करती है। ऋषिकेश को बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री का प्रवेश द्वार भी माना जाता है। यहां के आश्रम और मंदिर इसकी सुंदरता और धार्मिकता को दर्शाते है। ऋषिकेश अपने एडवेंचर और अपनी पर्वतमालाओ के लिए भी प्रसिद्ध है। इस जगह पर आप हर प्रकार के एडवेंचर और खेल का आनद ले सकते है। यहाँ के कुछ प्रसिद्ध स्थान है जो आप को इस जगह की धार्मिकता और खूबसूरती को समझने में साथ देंगे।  लक्ष्मण झूला ऋषिकेश में बना प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला लोहे के तारो का बना एक पुल है जो की टिहरी और पौड़ी जिले को आपस में जोड़ता है। माना जाता है कि भगवान श्री राम के अनुज लक्ष्मण ने जुट कि रसियो का प्रयोग कर इस पुल का निर्माण किया था। उन्होंने मात्र दो जुट कि रसियो के सहारे इस पुल को पर किया था। साल 1889 में सेठ सूरजमल ने यहाँ एक लोहे के तारो का पुल निर्माण कराया। इसे पहले तक यहाँ उन्ही जुट कि रसियो का...

गोआ में सबसे अच्छी जगह - कैलंग्यूट बीच (Best Place In Goa - Calangute Beach)

Image
आज जब भी  हम किसी जगह घूमने जाने का प्लान बनाते है तो सबसे पहले हमारे दिमाग में किसी हिलस्टेशन या पार्टी लोकेशन या एडवेंचर्स स्पोर्ट्स और थिंग्स की जगह का ख्याल आता है।  इंडिया में ऐसी बहुत ही काम ही जगह है। इन सब चीजों के बिच हमारे दिमाग में एक ही जगह समझ में आती है और वो है - गोवा।  गोवा एक मात्र ऐसी जगह है जहा आप को सारी चीजे एक साथ करने को मिलती है। वैसे तो गोवा में कई ऐसी जगह है। जहा ये सारी चीजे आप को एक साथ करने को मिलती है पैर इन सब में जो सबसे बेहतर और  खूबसूरत  मानी जाती है वो है इस जगह का - CALANGUTE BEACH   CALANGUTE BEACH के बारे में   CALANGUTE  गोवा की सबसे फेमस जगहों में से एक है। गोवा के नार्थ डिस्टिक में बसा एक छोटा सा टाउन जो "क्वीन ऑफ़ बीच" के नाम से हर जगह मशहूर है। CALANGUTE BEACH गोवा के सबसे लम्बे बीचेस में से एक है।   ये जगह  उन  सभी के लिए है जो नेचर को प्यार करते है या फिर पार्टी और एडवेंचर को पसंद करते है। इस जगह की सबसे खास बात इसकी प्राकर्तिक सुंदरता है जो की नेचर लवर को अपनी  ओर  खींच...

रोहित सरदाना - 'ताल ठोक के' से 'दंगल तक' (Short Biography)

Image
भारत के प्रसिद्ध पत्रकारों में से एक पत्रकार रोहित सरदाना थे। जिन्होंने अपनी बेबाक पत्रकारिता से पुरे भारत को हिला के रख दिया था। आज  सुबह 30 अप्रैल 2021 को हार्ट अटैक से निधन हो गया। रोहित सरदाना ने अपने पुरे करियर में जी न्यूज़ और आजतक जैसे बड़ी मिडिया कम्पन्यियो के साथ काम किया था। रोहित सरदाना जी की छवि एक शांत और बेबाक पत्रकारों में से एक थी।  रोहित सरदाना जी का जन्म 22 सितम्बर 1979 को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुआ था। जहा उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की जिसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए हिसार चले गए।  जहा उन्होंने गुरु जम्बेश्वर विश्वविद्यालय विज्ञान और प्रौद्योगिकी से गुरु जम्बेश्वर विश्वविद्यालय विज्ञान और प्रौद्योगिकी और मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स (MA) की डिग्री हासिल की थी। रोहित सरदाना जी ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में भी दाखिला लिया था क्योंकि वह हमेशा से अभिनेता बनना चाहते थे लेकिन दुर्भाग्य से, उन्हें एनएसडी से बाहर होना पड़ा क्योंकि वहां पर कुछ हासिल नही हो पा रहा था. यही समय था जब उन्होंने पत्रकार बनने का फैसला लिया था।  रोहित सरदाना हिन्दू धर्म को माने वाल...

लखनऊ का इतिहास और वर्त्तमान

Image
लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी एक ऐसा शहर जहा तहजीब का एक अलग स्वभाव देखने को मिलता है।  इस शहर की अपनी एक जुबान है। जो आमतौर पर शहरों में देखने को कम मिलती है।  लखनऊ जिसका पुराना नाम अवध था। ज्यादातर लोग लखनऊ शहर को चिकन, कबाब, इमामबाड़ा और आम के लिए जानते है। पर शायद इन सब से बढ़कर है इस शहर में जो यहाँ लोगो को आने पर मजबूर करता है।  लखनऊ इस शहर का नाम ये कैसे पड़ा इस पर आज भी मतभेद है। मुस्लिम इतिहासकारो की माने तो सं 1526 ए डी में बिजनौर के शेख यहाँ आये और उस समय के वास्तुविद लखना पासी की देखरेख में एक किला बनवाया जिसका नाम लखना किला रखा गया जो बाद में परिवर्तित हो के लखनऊ हो गया। हिन्दू साहित्यकारों के अनुसार भगवान श्री राम के भाई लक्ष्मण का जन्म इस स्थान पर हुआ था। जिसकी वजह से इसका नाम लाखनपुर था जो बदलते वक़्त के साथ लखनऊ हो गया।  लखनऊ शुरू से नवाबो का शहर रहा है। यहाँ बहुसंस्कृति देखने को मिलती है।  यहाँ के शिया नवाबो द्वारा यहाँ की सांस्कृति, धरोहरों, कला, कविता, उद्यानों और व्यंजनों को खूब सराहा गया। लखनऊ की वास्तविक संरचना नवाब आसिफउदौला ने सं 1775 में अप...

बनारस - एक प्राचीन नगरी

Image
बनारस या यू कहे मन को मोह देने वाला एक शहर जिसके हर " बनावट में रस " है। वैसे तो बनारस का अपना एक इतिहास रहा है जिसके बारे में हम फिर कभी बात करेंगे । आज बस इस नगर को जानते है। बनारस यू तो लोग मोक्ष की प्राप्ति के लिए आते है। पर न जाने क्यों इस शहर की हवा में ही ऐसा अहसास है कि लोगो को यहाँ वापस आने को मजबूर करती है।  गंगा नदी के किनारे बसा ये शहर विश्वा का सबसे प्राचीन शहर माना जाता है। बनारस शहर को प्राचीन उसकी धरोहरों से कम उसकी सादगी और मिलनसार लोगो से माना जाता है। यहाँ के लोगो कि एक खास बात है यहाँ का हर शख्स अपने आप में किसी राजा से काम नहीं होता है। बनारस की बोली आप को किसी राजा से कम नहीं अहसास कराये गई। इस बात की मैं पूरी सम्भावनाये रख सकता हूँ। वैसे तो बनारस में " काशिका भोजपुरी " बोली जाती है। " का हो गुरु कहा जात हउवा " , " का चाचा सब ठीक " , " महादेव चाचा " ये सम्बोधन अक्सर आप को बनारस की गलियों में सुनाई पड़ेंगे। यही इसे सबसे अलग बनाते है।  अगर बनारस की बात हो और महादेव का नाम ना आये ये मुमकिन नहीं हो सकता है। " काशी...

अपने आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ाएँ (Increase Your Self-Esteem and Confidence)

Image
जब भी कोई ऐसी स्थिति से घिर जाता है कि वह अनिश्चित है - किसी की प्रशंसा का सामना करना, दर्शकों के सामने प्रदर्शन करना, या बस दूसरों से बात करना - यह तनाव का एक बड़ा सा हिस्सा है। आत्मविश्वास से भरे लोग आमतौर पर बिना पलक झपकाए इन परिस्थितियों का सामना कर सकते हैं; लेकिन हममें से बाकी शायद डर जाएंगे और स्थिति से भागने की कोशिश करेंगे। इस तरह के कम आत्म-सम्मान का सामना करने वाले अधिकांश लोगों के लिए, ये परिस्थितियां उनके लिए खुद को मूर्ख बनाने का अवसर पेश करती हैं। यह एक बहुत ही शर्मनाक संभावना है। यदि आप उन लाखों लोगों में से एक हैं जो दूसरों के सामने फिजूलखर्ची को रोकना चाहते हैं, ऐसी स्थितियों से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं, और प्रस्तुतियों का सामना करने के दौरान खुद को इतना परेशान कर रहे हैं, तो यहां आपको अपने रास्ते पर स्थापित करने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं।  1. अभ्यास और अध्ययन - कुछ संगठन, जैसे टोस्टमास्टर्स, इस क्रेडो को तनाव में डालकर सार्वजनिक रूप से बोलने में डरने वालों की मदद करते हैं - और यह वास्तव में काम करता है। आत्मविश्वास और आत्मसम्मान के लिए एक रहस्य यह विश्वा...